मधुहीर राजस्थान
न्यूज रिपोर्ट -गुलाब सिंह सिसोदिया
जोधपुर/लूणावासखारा। अक्षर ब्रह्म होलिस्टिक योग एवम आयुर्वेद शोध संस्थान द्वारा आयोजित 15 दिवसीय बाल संस्कार शिविर का शुभारंभ आज विधिवत रूप से हवन और मंत्रोच्चारण के साथ किया गया। यह शिविर बीजीएस कॉलोनी में आयोजित किया जा रहा है, जिसमें बच्चों को भारतीय संस्कृति, योग और धर्म के प्रति जागरूक करने का विशेष प्रयास किया जा रहा है।शिविर का उद्घाटन हवन से हुआ, जिसमें गायत्री शक्ति पीठ से जसवीर सिंह जी ने विधिवत पूजा-अर्चना की। हवन के दौरान वैदिक मंत्रों का उच्चारण किया गया, जिससे पूरे वातावरण में एक आध्यात्मिक ऊर्जा का संचार हुआ। आचार्य जी ने बच्चों को हवन के महत्व और इसके वैज्ञानिक और आध्यात्मिक लाभों के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि हवन से न केवल वातावरण शुद्ध होता है बल्कि यह मानसिक शांति और स्थिरता भी प्रदान करता है।
संस्थान के अध्यक्ष अजय पाल सिंह धनला ने बताया कि शिविर में बच्चों को ध्यान, योग और प्राचीन संस्कृत शास्त्रों की शिक्षा दी जाएगी। बच्चों के लिए गीता के श्लोक, धर्मशास्त्र की कहानियाँ, और नैतिक शिक्षा पर आधारित कक्षाएं भी आयोजित की जाएंगी। इस दौरान, बच्चों को व्यावहारिक जीवन में संस्कार और नैतिक मूल्यों का महत्व समझाने पर विशेष जोर दिया जाएगा।शिविर के पहले दिन बच्चों ने हवन और मंत्रोच्चारण में सक्रिय भाग लिया। इसके बाद योग और ध्यान सत्र का आयोजन किया गया, जिसमें बच्चों ने बड़े उत्साह के साथ भाग लिया। इन गतिविधियों का उद्देश्य बच्चों को शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक रूप से मजबूत बनाना है।
शिविर के दौरान विभिन्न प्रकार की सांस्कृतिक और क्रीड़ा गतिविधियों का भी आयोजन किया जाएगा, जिसमें बच्चों की रचनात्मकता और समूह कार्य कौशल को प्रोत्साहित किया जाएगा। शिविर के अंत में, बच्चों को उनके प्रदर्शन के आधार पर प्रमाण पत्र और पुरस्कार प्रदान किए जाएंगे।
शिविर के प्रबंधक महेंद्र सिंह चौहान ने कहा कि इस प्रकार के शिविर बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए अत्यंत आवश्यक हैं और भविष्य में भी इस प्रकार के आयोजन नियमित रूप से किए जाएंगे। शिविर का समापन एक भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रम और आशीर्वचन समारोह के साथ होगा।
शिविर संचालन में अनीता राठौड़, रेखा राठौड,अलिशा सोलंकी, प्रतिमा रतनानी, निशा सिंह, ऋषि राज सिंह, जयदीप सिंह आदि का सहयोग रहा।
