मधुहीर राजस्थान
जोधपुर। मैरिंगो सीआईएमएस हॉस्पिटल, अहमदाबाद ने सिज़ोफ्रेनिया के मरीजों के लिए समाज में बदनामी के खिलाफ लड़ाई में कदम आगे बढ़ाने और इस बीमारी के बारे में खुलकर चर्चा करने हेतु जागरूकता बढ़ाने की हिमायत करके विश्व सिज़ोफ्रेनिया दिवस मनाया। पूरी दुनिया 24 मई, 2024 को विश्व सिज़ोफ्रेनिया दिवस मनाने की तैयारी कर रही है, जिसे देखते हुए अस्पताल भी अब वैश्विक समुदाय के साथ मिलकर जागरूकता फैलाने और सिज़ोफ्रेनिया से पीड़ित मरीजों के लिए सहयोग बढ़ाने की मुहिम में शामिल हो गया है।
इस साल का विश्व सिज़ोफ्रेनिया दिवस काफी मायने रखता है, क्योंकि इस साल के आयोजन की थीम “सामुदायिक सद्भाव की ताकत का जश्न मनाना” है। यह सिज़ोफ्रेनिया के मरीजों और उनकी देखभाल करने वालों के बीच बेहतर तालमेल के साथ-साथ इससे संबंधित रिसर्च एवं इलाज के विकल्पों में हुई प्रगति पर चिंतन करने का समय है, जो मरीजों के जीवन को लगातार बेहतर बना रहे हैं।
मैरिंगो सीआईएमएस हॉस्पिटल, अहमदाबाद में सीनियर कन्सल्टेंट न्यूरोलॉजी, डॉ. मुकेश शर्मा कहते हैं, “हम सिज़ोफ्रेनिया से पीड़ित लोगों और उनके परिवारों का हौसला बढ़ाने और उन्हें सहारा देने के अपने इरादे पर अटल हैं।
गौरव रेखी, रीजनल डायरेक्टर, मैरिंगो सीआईएमएस हॉस्पिटल, अहमदाबाद, कहते हैं, “इस साल का अभियान सिज़ोफ्रेनिया से पीड़ित लोगों के लिए सहानुभूति और सहयोग को प्रोत्साहित करने, शुरुआती चरण में हस्तक्षेप और उपचार को बढ़ावा देने, तथा आम लोगों, स्वास्थ्य सेवा-कर्मियों एवं नीति-निर्माताओं के बीच जागरूकता बढ़ाने पर केंद्रित है। सिज़ोफ्रेनिया से पीड़ित लोगों के लिए देखभाल एवं सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए स्वास्थ्य सेवा-कर्मियों को शोध और उपचार के बारे में नवीनतम जानकारी रखने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है।
