मधुहीर राजस्थान
बालोतरा (अशरफ मारोठी)। श्रम विभाग ने श्रमिकों से अपील हैं कि फर्जी मोबाईल कॉल के माध्यम से श्रम विभाग का नाम से योजना आवेदनों को स्वीकृत करवाने का झासा देकर ऑनलाईन, फोनपे, गुगल पे, क्यूआर कोड स्कैन कर अथवा ओटीपी के माध्यम से पैसे भेजने को कहे तो सतर्क और सावधान रहें। नहीं तो आप को भारी आर्थिक नुकसान हो सकता है। श्रम विभाग के सहायक श्रम आयुक्त रामचंद्र गढवीर ने बताया कि किसी भी श्रमिक को मोबाईल पर ऐसा कॉल आने पर झांसे में न फसे, ऐसे कॉल पर बात करने बचे तथा अपने नजदीकी थाने में साईबर ठगी की शिकायत एवं एफआईआर दर्ज करवाये।
गौरतलब है कि पिछले कुछ दिनों में साईबर ठगों द्वारा श्रमिकों को फर्जी कॉल कर योजना स्वीकृत करवाने या अन्य कार्य हेतु श्रम विभाग के अधिकारी या कर्मचारी बताकर ऑनलाईन माध्यम से ठगी करना पाया गया, श्रम विभाग के सहायक श्रम आयुक्त ने बताया कि श्रम विभाग द्वारा आवेदनो के संबंध किसी भी प्रकार की ओटीपी नहीं मांगी जाती है और न किसी भी प्रकार का शुल्क लिया जाता हैं।
योजना आवेदनांे से संबंधित जानकारी नजदीकी ई मित्र, जन सूचना पोर्टल से श्रमिक स्वयं प्राप्त कर सकते है। विभाग द्वारा संचालित सभी योजनाओ के आवेदनो का निस्तारण क्रमानुसार जांच कर किया जाता है और पात्र श्रमिकों को भुगतान सीधे उनके खाते में एसएनए पोर्टल के माध्यम से किया जाता है। जिसकी कोई भी शुल्क या राशि जमा नहीं करवाई जाती हैं। सहायक श्रम आयुक्त रामचन्द्र गढ़वीर ने बताया कि ऐसा ही पैसे ठगने का एक मामला सीमावर्ती तहसील गडरारोड से सामने आाया है जिसमें दो श्रमिकों से फाईल पास करवाने की एवज में ऑनलाईन क्यूआर कोड कर ऑनलाईन पोर्टल के माध्यम से ठगी हुई।
श्रमिकों द्वारा लिखित शिकायत करने पर श्रम विभाग द्वारा पुलिस अधीक्षक बाड़मेर को इस संबंध में कार्रवाई करने हेतु पत्र लिखा गया है। पहले भी इस प्रकार की ठगी मामले में एफआईआर करवाने पर एक व्यक्ति को किया गया था गिरफ्तार, उन्हानें श्रमिको से अपील करते हुए कहा कि ऐसे फर्जी कॉल एवं साईबर ठगी से बचे तथा किसी भी फर्जी कॉल के माध्यम से पैसे मांगने या पैसे ठगने का मामला होने पर नजदीकी पुलिस थाने में एफआईआर करवायें।
