मधुहीर राजस्थान
जोधपुर। बनाड़ क्षेत्र की विभिन्न कॉलोनियों में पेयजल समस्या के संबंध क्षेत्रवासियों द्वारा की जा रही शिकायतों पर जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग ने संज्ञान लिया है।
जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग जोधपुर वृत के अधीक्षण अभियंता अजय किशन छंगाणी ने बताया कि ग्राम बनाड़ की आबादी वर्ष 2011 की जनगणना अनुसार 4341 एवं जल जीवन मिशन की मार्गदर्शिका के अनुसार वर्तमान में अनुमानित जनसंख्या लगभग 5800 व्यक्ति है। ग्राम बनाड़ में वर्तमान में 750 किलोलीटर का उच्च जलाशय निर्मित है। माणकलाव-दईजर-बनाड वृहद परियोजना से बनाड़ गांव के लिए पेयजल उपलब्ध करवाया जा रहा है। पेयजल के उचित दबाव एवं अन्तिम छोर तक के उपभोक्ता को जलापूर्ति के लिए बनाड़ में 16 जोन बनाकर बुस्टर से जल वितरण किया जा रहा है। ग्रामवासियों द्वारा उनकी कॉलोनियों एवं घरों की सप्लाई लाईन को उच्च जलाशय से जोडकर पेयजल आपूर्ति की मांग की गई है जिसे शीघ्र जोड़ कर क्षेत्र की जलापूर्ति व्यवस्था की जाएगी।
छंगाणी ने बताया कि बनाड़ की पेयजल व्यवस्था सुदृढिकरण के लिए जल जीवन मिशन अन्तर्गत दईजर-बनाड वृहद परियोजना स्वीकृत है जिसमें इस गांव तक पेयजल प्रणाली सुदृढिकरण के लिए पम्प, स्वच्छ जलाशय, नई राईजिंग एवं वितरण पाइप लाइन बिछाने का प्रावधान लिया गया है। इस योजना का कार्यादेश पूर्व फर्म द्वारा कार्य नहीं किये जाने के कारण रिसाइण्ड कर दिया गया है जिसकी पुन: निविदा प्रक्रियाधीन है। अधीक्षण अभियंता ने बताया कि गांव की 5800 की आबादी के अतिरिक्त बनाड क्षेत्र में लगभग 20 हजार की आबादी विभिन्न कॉलोनियों में बस गई है जिनकी भी पेयजल योजना से जोडऩे की मांग की गई है। इन कॉलोनियो की आबादी गांव की 2011 की जनगणना में सम्मिलित नहीं होने से जल जीवन मिशन के अन्तर्गत स्वीकृत योजना में लाभान्वित करने का प्रावधान सम्मिलित नहीं है। इन कॉलोनियां जोधपुर नगर निगम क्षेत्र की परिधि से बाहर होने से उन्हें जोधपुर नगरीय योजना अन्तर्गत अमृत 2.0 में भी लाभान्वित करने का प्रावधान नहीं है। छंगाणी ने बताया कि जल जीवन मिशन के तहत जोधपुर शहर की सीमा से लगे हुए गांवों में बस रही आबादी एवं कॉलोनियों में पेयजल उपलब्ध कराने के लिए वृहद परियोजना का प्रस्ताव प्रक्रियाधीन है। उन्होंने बताया कि इस योजना में इन कॉलोनियों की पेयजल मांग को सम्मिलित किया जाएगा।
