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भीनमाल (माणकमल भंडारी)। आज का समय जब मनुष्य स्वयं तक सिमट कर रह गया है, स्वयं के स्वार्थ को सिद्ध करना ही मानव का ध्येय मात्र बन गया है । इस स्थिति में महती आवश्यकता है, समाज में ऐसे व्यक्तियों की जो समाज के गरीब और वंचित लोगों की सुध लें । मीडिया प्रभारी माणकमल भंडारी ने बताया कि प्राणियों में जीवों के प्रति दया का भाव हो, बच्चों में संस्कार एवं देश के प्रति आत्म सम्मान का भाव हो, इस उद्देश्य की पूर्ति के लिए शहर के गणमान्य व्यक्तियों द्वारा भीनमाल विकास परिषद का गठन खेतावत होटल में किया गया । इस अवसर पर आयोजित बैठक में शहर के कई गणमान्य व्यक्ति शामिल रहे । जिन्होनें परिषद के उद्देश्यों, ध्येय वाक्य एवं कार्य सूची के बारे में अपने-अपने सुझाव दिये । नैनाराम चौहान ने परिषद के ध्येय वाक्य को बनाने का सुझाव दिया । वहीं ओमप्रकाश खेतावत ने सूत्रों पर सदस्यों का ध्यान दिलाया, जिन पर परिषद के समस्त कार्यकलाप आधारित होंगे ।
सभी सदस्यों द्वारा अनेक सुझाव दिये गये, जिनमें आगामी कार्यक्रम के दौरान किये जाने वाले कार्यों का निर्धारण किया गया । अशोक धारीवाल ने बताया कि परिषद द्वारा जीवदया, संस्कार, मानव सेवा एवं प्रकृति सेवा आदि आयामों पर परिषद काम करना चाहती है और आगामी सभी कार्यक्रम इसी पर आधारित होंगे । संदीप देसाई ने गौमाता के लिये हरा चारा और पीने के पानी की व्यवस्था करने पर ज़ोर देते हुए कहा कि अबोल जीवों की सेवा करने मात्र से ही घर, समाज और देश समृद्ध बन सकता है । मीठालाल जांगिड़ ने विद्यालयों में मातृ पूजन, तुलसी पूजन आदि संस्कार के कार्य करवाने का सुझाव दिया । लक्ष्मण भजवाड़, नारायण जांगिड़, दिनेश भाटी ने भी परिषद को और मज़बूत बनाने के लिए सुझाव रखे । भीनमाल विकास परिषद की शुरुआत गोमाता को हरा चारा खिलाकर की गई । जिसमें परिषद के कई गणमान्य सदस्य उपस्थित रहे । बैठक में विवेकानंद बिस्सा, भरत अग्रवाल, राजेंद्र छाजेड़, गौतम सिंघवी, दिनेश जालोरी, गोपाल बालौत, सुमित बाहेती, सुरेश वैष्णव, सुरेश सोलंकी, जितेन्द्र सोनगरा सहित कई उपस्थित रहे ।
