सभी विभाग ई फाइलिंग प्रणाली को अपनाकर 15 दिनों के अंदर करें प्रकरणों का निस्तारण
बाड़मेर (असरफ मारोठी)। ज़िला कलेक्टर निशांत जैन ने सोमवार को कलेक्ट्रेट कॉन्फ्रेंस हॉल में सभी विभागों की साप्ताहिक समीक्षा बैठक ली। ज़िला कलेक्टर ने बैठक में ई फाइलिंग, बिजली एवं जल आपूर्ति, संपर्क पोर्टल, दैनिक जनसुनवाई, औचक निरीक्षण, अंतरविभागीय समन्वय सहित विभिन्न विषयों पर विभागाधिकारियों से जवाब तलब किया एवं आवश्यक दिशा निर्देश दिए।
आमजन को बिजली-पानी की सुचारू आपूर्ति हो सुनिश्चित
जिला कलेक्टर ने कहा कि बढ़ते तापमान को देखते हुए ज़िले में पानी एवं बिजली की सुचारू आपूर्ति सुनिश्चित की जाए। आवश्यकतानुसार जल परिवहन करवाया जाए। उन्होंने कहा कि इस संबंध में आने वाली सभी परिवेदनाओं का प्राथमिकता से निस्तारण होना चाहिए। बैठक में बताया गया कि जिले के अधिकांश क्षेत्रों में 22 से 24 घंटे बिजली आपूर्ति की जा रही है। सुचारू पेयजल आपूर्ति हेतु जिले में 1575 ट्यूबवेल संचालित की जा रहे हैं। साथ में 103 गांव और 212 ढाणियों में जल परिवहन करवाया जा रहा है। किसी भी क्षेत्र में पानी की आपूर्ति बाधित न हो, इस हेतु नए कनेक्शन प्राथमिकता से दिए जा रहे हैं।
सभी विभाग सुशासन के मानकों को प्रभावी ढंग से करें लागू
ज़िला कलेक्टर ने कहा कि ई फाइलिंग का प्रभावी कार्यान्वन, औचक निरीक्षण, नियमित जनसुनवाई, संपर्क पोर्टल पर प्राप्त प्रकरणों का त्वरित निस्तारण एवं निरंतर अद्यतन सुशासन के महत्त्वपूर्ण मानक हैं। सभी अधिकारी एवं कार्मिक इन पर विशेष रुप से ध्यान दें। उन्होंने कहा कि अनावश्यक रूप से प्रकरणों को लंबित न रखें। आमजन की परिवेदनाओं का संवेदनशीलता के साथ निस्तारण करें। उन्होंने सभी अधिकारियों को जिला स्तरीय समितियों में सक्रिय रहने हेतु निर्देशित किया।
ई फाइलिंग को प्रभावी रूप से करें लागू, प्रकरणों का 15 दिवस में करें निस्तारण
जिला कलेक्टर जैन ने कहा कि सभी सरकारी कार्यालयों में ई फाइलिंग प्रणाली प्रभावी रूप से लागू होनी चाहिए। आमजन के कार्य अधिक दक्षता एवं समयबद्धता से निस्तारित करने हेतु ई फाइलिंग प्रणाली लाई गई है। अधिकारी स्वयं सभी कार्य ई फाइलिंग से संपादित करें अपने विभाग में ई-फाइलिंग के कार्यान्वन की मॉनिटरिंग करें। ज़िला कलेक्टर ने कहा कि सभी अधिकारी इस बात का विशेष रूप से ध्यान रखें की उनके विभाग से संबंधित कोई भी प्रकरण 15 दिन से अधिक लंबित न रहे। उन्होंने कहा कि प्रकरणों का समयबद्ध निस्तारण न करने वाले अधिकारियों एवं कार्मिकों के विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।
नियमित रूप से करें औचक निरीक्षण और जनसुनवाई
जिला कलेक्टर ने सभी अधिकारियों को उनके विभाग के कार्यक्रमों, परियोजनाओं आदि की प्रगति की लगातार मोनिटरिंग करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि प्रभावी मॉनिटरिंग हेतु औचक निरीक्षण अत्यंत महत्वपूर्ण है। सभी अधिकारी अपने विभाग से संबंधित कार्यालयों का लगातार औचक निरीक्षण करें तथा निरीक्षण के दौरान अनियमिताओं के पाए जाने पर प्रभावी कार्रवाई करें। एक से अधिक विभागों की भागीदारी वाले प्रोजेक्ट्स का संयुक्त निरीक्षण भी किया जाए। जिला कलेक्टर जैन ने सभी अधिकारियों को अपने कार्यालयों में नियमित जनसुनवाई करने हेतु निर्देशित किया। उन्होंने कहा कि सभी अधिकारी अपने कार्यालय में आमजन की शिकायतों को संवेदनशीलता के साथ सुने एवं प्रभावी तथा त्वरित निस्तारण सुनिश्चित करें।
अंतरविभागीय समन्वय स्थापित कर करें काम
जिला कलक्टर ने कहा कि सभी विभाग आदर्श अंतरविभागीय समन्वय के साथ कार्य करें। उन्होंने कहा कि किसी भी विभाग में जनहित से जुड़ा कोई भी मुद्दा संवाद एवं समन्वय के अभाव में प्रभावित नहीं होना चाहिए। जिन प्रकरणों में एक से अधिक विभाग शामिल हैं, उन्हें इन साप्ताहिक बैठकों के माध्यम से हल किया जाए। बैठक में जिला कलेक्टर के समक्ष विभागधिकारियों ने निस्तारण हेतु अन्य विभागों की भागीदारी की आवश्यकता वाले विभिन्न प्रकरणों पर की चर्चा। बैठक में जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सिद्धार्थ पलानीचामी, अतिरिक्त जिला कलेक्टर राजेंद्र सिंह चांदावत सहित सभी विभागों के आला अधिकारी उपस्थित रहे।
