मधुहीर राजस्थान
जोधपुर। डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन् राजस्थान आयुर्वेद विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर वैद्य प्रदीप कुमार प्रजापति के मार्गदर्शन में सीएचआर डी, पीजीआईए, यूनिवर्सिटी कॉलेज ऑफ होम्योपैथी जोधपुर के सहयोग से सभी संकाय सदस्यों के लिए 6 दिवसीय फैकल्टी रि-ओरिएंटेशन कार्यक्रम के आयोजन के अंतर्गत गुरुवार को एम्स जोधपुर के एसोसिएट प्रोफेसर एवं उपाधीक्षक डॉ. रुचि गर्ग ने एनएबीएच के मानकों को समझने और उन्हें प्रभावी ढंग से लागू करने के लिए प्रशिक्षण विषय पर व्याख्यान दिया। अस्पताल को राष्ट्रीय प्रत्यायन बोर्ड फॉर हॉस्पिटल्स एंड हेल्थकेयर प्रोवाइडर्स द्वारा निर्धारित प्रत्यायन मानकों के कार्यान्वयन हेतु चिकित्सालय में रोगियों के अधिकारो की सुरक्षा, रोगी देखभाल, संक्रमण नियंत्रण और अन्य कर्मचारियो की सुरक्षा सुनिश्चित करना आवश्यक हैं। एनएबीएच मानकीकरण के लिए अस्पताल की तैयारियों का मूल्यांकन, एक कार्यान्वयन टीम का गठन, गैप एनालिसिस, सुधार कार्यों की सूची, समयसूची, कर्मचारियों को प्रशिक्षण, दस्तावेज़ और रिकार्ड, आंतरिक ऑडिट, समीक्षा बैठकें, फीडबैक सिस्टम आदि कई विषयों पर गहराई से काम करना आवश्यक है।
उचित योजना, प्रशिक्षण, और संसाधनों के माध्यम से इस लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकता हैं। कार्यक्रम के प्रारंभ में योग नेचुरोपैथी के प्राचार्य डॉ. चंद्रभान शर्मा द्वारा चक्र ध्यान का अभ्यास करवाया गया। सीएच आरडी निदेशक डॉ. राकेश शर्मा एवं कार्यक्रम संयोजक डॉ. राजीव खन्ना ने बताया कि कार्यक्रम के प्रारंभ में रिसोर्स पर्सन डॉ रुचि गर्ग का प्राचार्य प्रोफेसर महेन्द्र शर्मा ने स्वागत अभिनंदन किया। इस अवसर प्रोफेसर गोविंद गुप्ता, प्रोफेसर राजेश गुप्ता, चिकित्सालय अधीक्षक प्रोफेसर प्रमोद मिश्रा, प्राचार्य होम्योपैथी महाविद्यालय डॉ. गौरव नागर, प्राचार्य योग नेचुरोपैथी डॉ. चन्द्रभान शर्मा, आयुर्वेद महाविद्यालय, होम्योपैथी महाविद्यालय, योग, नेचुरोपैथी महाविद्यालय जोधपुर, यूनानी महाविद्यालय टोंक, होम्योपैथी महाविद्यालय केकड़ी के विभागाध्यक्ष, संकाय सदस्य, स्नातकोत्तर अध्येता उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन डॉ. अंकिता आचार्य ने किया।
