…लेकिन मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के निर्देशों की पालना करते रहेंगे
मधुहीर राजस्थान
जयपुर/जोधपुर। राजस्थान के कृषि मंत्री डॉ. किरोड़ी लाल मीणा ने ईमेल के जरिए मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को अपना इस्तीफा भिजवा दिया है। इसके साथ ही डॉ. मीणा ने सीएम शर्मा के समक्ष व्यक्ति तौर से उपस्थित होकर इस्तीफे को स्वीकार करने का आग्रह किया है। चार जुलाई को अपने इस्तीफे का खुलासा करते हुए डॉ. मीणा ने कहा कि भले ही उनका इस्तीफा स्वीकार न हुआ हो, लेकिन अब वे मंत्री के तौर पर विधानसभा की कार्यवाही में भाग नहीं लेंगे और न ही सरकारी बंगले और अन्य सुविधाओं का लाभ लेंगे। मीणा ने कहा कि तीन जुलाई को भाजपा के राष्ट्रीय नेतृत्व ने उन्हें दिल्ली बुलाया था, लेकिन संगठन महासचिव बीएल संतोष से मुलाकात नहीं हो सकी। मीणा ने कहा कि उनकी भाजपा संगठन और सरकार से कोई नाराजगी नहीं है। आज भी वे मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के निर्देशों की पालना करेंगे। मीणा ने कहा कि सीएम शर्मा बहुत ही सद्व्यवहार और नेक इंसान हैं। उनकी नाराजगी अपने प्रभाव वाले संसदीय क्षेत्रों के लोगों से है। वे मानते थे कि टोंक सवाई माधोपुर, दौसा और करौली संसदीय क्षेत्रों में उनका प्रभाव है और लोकसभा चुनाव में भाजपा उम्मीदवारों की जीत होगी। भाजपा उम्मीदवारों की जीत का भरोसा उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी दिलवाया था, लेकिन मेरे प्रभाव वाले इन तीनों संसदीय क्षेत्रों में भाजपा की हार हो गई। मैंने पहले ही कहा था कि यदि इन क्षेत्रों में भाजपा की हार हुई तो मंत्री पद से इस्तीफा दे दूंगा। डॉ. मीणा ने इस बात पर अफसोस जताया कि जिन मतदाताओं के लिए उन्होंने तप किया उन मतदाताओं ने उनका साथ नहीं दिया। मीणा ने कहा कि मतदाताओं ने चुनाव में जो रवैया अपनाया उससे वे बेहद आहत हैं। उनका मानना है कि जनता ने उन्हें धोखा दिया है। ऐसे में उन्हें मंत्री पद पर रहने का नैतिक आधार नहीं है। मीणा ने कहा कि 4 जुलाई को जयपुर में पूरी के शंकराचार्य निश्चलानंद महाराज का 82वां पाटोत्सव है। वे इस समारोह में उपस्थित हैं। मीणा ने कहा कि आरक्षण दिलवाने के लिए उन्होंने पूर्व में भी मंत्री पद से इस्तीफा दिया था। जिन लोगों को आरक्षण का लाभ मिला उन्होंने भी चुनाव में मेरा सम्मान नहीं किया।
