मधुहीर राजस्थान
जोधपुर। जय नारायण विश्वविद्यालय, जोधपुर के अंबेडकर अध्ययन केंद्र की ओर से संविधान सभा के आठवें सत्र को लेकर राष्ट्रीय ऑनलाइन कार्यशाला के समापन के बाद अजय सांसी को सहभागिता के रूप में प्रशस्ति पत्र प्रदान किया गया। अन्य सभी सहभागी अभ्यर्थियों को ऑनलाइन प्रशस्ति पत्र उपलब्ध कराए गए हैं। इस ऑनलाइन कार्यशाला में संविधान निर्माण के समय विभिन्न मानव भाव के योगदान और आज के संविधान निर्माण की प्रक्रिया को विस्तार से समझाया गया। इसका उद्देश्य समाज में संविधान के प्रति अज्ञानता को दूर करना और संविधान के प्रति सम्मान और रुचि पैदा करना है।
इस अवसर पर डॉ. वीरेंद्र वाल्मीकि, डॉ. भंवरू राम जयपाल, और डॉ. दिनेश कुमार गहलोत ने मिलकर सम्मान पत्र प्रदान किया।
डॉ. वीरेंद्र वाल्मीकि, सहायक अनुभाग अधिकारी, अनुच्छेद जाति एवं अनुसूचित जनजाति शिकायत प्रकोष्ठ, जय नारायण विश्वविद्यालय, जोधपुर ने बताया कि संविधान का अध्ययन समाज की उन्नति के लिए अत्यंत आवश्यक है और इसके लिए छात्रों और शोधकर्ताओं को प्रेरित करना हमारा कर्तव्य है।
डॉ. भंवरू राम जयपाल, सहयोगी प्रोफेसर, प्राणीशास्त्र विभाग, जय नारायण विश्वविद्यालय, जोधपुर ने बताया कि संवैधानिक अध्ययन न केवल विधिक ज्ञान बढ़ाने में सहायक है बल्कि यह सामाजिक न्याय और समानता की दिशा में भी महत्वपूर्ण कदम है।
डॉ. दिनेश कुमार गहलोत, सहायक प्रोफेसर, राजनीतिक विज्ञान एवं निदेशक, अंबेडकर अध्ययन केंद्र, जय नारायण विश्वविद्यालय, जोधपुर ने बताया कि संविधान अध्ययन केंद्र का उद्देश्य छात्रों को संविधान के मूलभूत सिद्धांतों के प्रति जागरूक करना है ताकि वे संवेदनशील और जागरूक नागरिक बन सकें। हमारा प्रयास है कि समाज के अंतिम क्षेत्र तक संविधान के प्रति जागरूकता और उसकी जानकारी पहुंचे। हम इसके लिए नियमित ऑनलाइन कार्यशालाओं का आयोजन कर रहे हैं और धीरे-धीरे गांव-देहात क्षेत्रों में भी जन जागरण करेंगे ताकि समाज का कोई भी तबका इससे वंचित न रहे।
