मधुहीर राजस्थान
जैसलमेर (सी.आर. देवपाल म्याजलार)। जैसलमेर के सोनार दुर्ग के पास मिले जीवित बम को 33 घंटे गुजर जाने के बाद भारतीय सेना का बम निरोधक दस्ता अपने साथ ले गया। भारतीय सेना के बम निरोधक दस्ते के 4 अधिकारी गुरुवार शाम करीब 7 बजे मौके पर पहुंचे और बम को मौके से हटाकर अपनी गाड़ी में विशेष बंदोबस्त के साथ लेकर गए।इस दौरान मौके पर पुलिस का जाब्ता, 2 फायर ब्रिगेड और 1 एम्बुलेंस मौजूद रही। बम को ले जाने की प्रक्रिया के दौरान लोगों की भारी भीड़ भी मौके पर जमा रही। शहर कोतवाली के एएसआई धन सिंह ने बताया कि पुलिस-प्रशासन के साझा प्रयास से सेना ने तत्काल कार्रवाई करते हुए रिहायशी इलाके से बम को हटाने की कार्रवाई की। अब भारतीय सेना का बम निरोधक दस्ता सुनसान इलाके में ले जाकर इस जीवित बम को डिफ्यूज करने की कार्रवाई करेगा।
बुधवार को सोनार दुर्ग की परिधि से महज 20 फीट की दूरी पर एक जीवित बम मिला था। बम की सूचना मिलने पर कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने आस पास की सभी दुकानों को बंद करवाते हुए पूरा क्षेत्र अपने कब्जे में ले लिया है। बुधवार को 33 घंटे बीत जाने के बाद मौके पर पहुंची भारतीय सेना की बम निरोधक टुकड़ी ने बम को अपने कब्जे में लिया और डिफ्यूज करने के लिए अपने साथ ले गई।
विंटेज मोर्टार बम है
बताया जा रहा है कि यह बम विंटेज मोर्टार बम है। जिसका कभी युद्ध में इस्तेमाल किया जाता था। इसके फटने से 50 मीटर की परिधि में काफी नुकसान कर सकता है। भारतीय सेना के बम निरोधक दस्ते के एक अधिकारी ने विशेष तैयारी के साथ बम को सुरक्षित उठाया और गाड़ी में रेत के कट्टों के बीच रखा। फिर ये दस्ता बम को अपने साथ लेकर रवाना हो गया। रिहायशी इलाके से बम को हटाने के बाद स्थानीय लोगों के साथ साथ प्रशासन ने भी राहत की सांस ली।
