मधुहीर राजस्थान
135 विद्यार्थियो का भविष्य अंधकार में
जैसलमेर(सी आर देवपाल म्याजलार)। राज्य सरकार चाहे सरकारी विद्यालयों में स्टाफ और संसाधनों की पूर्ति के लाख दावे करे लेकिन जिले के सरकारी विद्यालयों में शिक्षकों की कमी को लेकर आए दिन विद्यालयों में हो रही तालाबंदी कुछ और ही हकीकत बयां कर रही है। गुरुवार को जैसलमेर के सम पंचायत समिति के फुलिया गांव के ग्रामीणों ने राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय पर तालाबंदी कर विरोध प्रदर्शन किया। ग्रामीणों ने कहा कि विद्यालय में 135 बच्चे हैं और इन्हें पढ़ाने के लिए सिर्फ 2 शिक्षक ही हैं। जिससे बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है। ग्रामीणों ने कहा कि जब तक शिक्षकों की संख्या नहीं बढ़ाई जाएगी तब तक स्कूल का ताला नहीं खोलेंगे।ग्रामीण मुल्तान सिंह ने बताया कि फुलिया गांव की उच्च माध्यमिक विद्यालय में लंबे समय से चल रहे रिक्त पदों के कारण बच्चों का शिक्षण कार्य बाधित हो रहा है। जो शिक्षक ड्यूटी पर हैं वो भी 135 बच्चों को एक साथ पढ़ाने में सक्षम नहीं है। 20 विधार्थी तो 10वीं कक्षा के है। लंबे समय से चल रही शिक्षकों की समस्या को लेकर गुरुवार को परिजनों का धैर्य जवाब दे गया। सभी ने मिलकर शिक्षक बढ़ाने की मांग पर ताला लगाया। जब तक शिक्षक नहीं आएंगे तब तक स्कूल का ताला नहीं खोलने की ग्रामीणों ने चेतावनी दी।
ग्रामीणों ने संपूर्ण तालाबंदी की चेतावनी दी
नाराज ग्रामीणों ने विद्यालय पर तालाबंदी करते हुए बताया कि राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में केवल 2 ही कमरे बने है। गर्ल्स विधार्थी भी है मगर विद्यालय में शौचालय तक नहीं है। ऐसे में गर्ल्स स्टूडेंट बहुत परेशान रहती है। सरकार इस तरफ बिल्कुल भी ध्यान नहीं दे रही है। हमने कलेक्टर से लेकर शिक्षा विभाग तक को अवगत करवाया है मगर हमारी मांगे कभी नहीं मानी गई। इसी से आहत होकर गुरुवार को स्कूल की तालाबंदी की गई। फुलिया गांव के ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि अगर स्कूल में शिक्षकों की संख्या नहीं बढ़ाई गई तो संपूर्ण तालाबंदी की जाएगी।
