जवानों की संख्या बल में इजाफा, चाइनीज ड्रोन से ड्रग्स की सप्लाई कर रहा पाकिस्तान
मधुहीर राजस्थान
जोधपुर। स्वतंत्रता दिवस पर बीएसएफ के जवान हाई अलर्ट पर है। बांग्लादेश की परिस्थितियों के चलते बॉर्डर पर बीएसएफ ने जवानों की संख्या बल में इजाफा किया है। पाकिस्तान से लगती सीमाओं की रक्षा करने के लिए बीएसएफ अलर्ट मोड पर है। इधर ड्रोन से ड्रग्स की सप्लाई को देखते हुए बीएसएफ ने एंटी ड्रोन सिस्टम लगा रखे है। ड्रोन को गिराने के लेजर, एंटी ड्रोन गन, फायर व डिटेक्शन के लिए नई टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल भी बढा दिया है।
बीएसएफ के राजस्थान सीमांत मुख्यालय के आईजी एमएल गर्ग ने पत्रकारों को बताया कि बीएसएफ वैसे तो हर समय अलर्ट मोड पर रहती है पंद्रह अगस्त को लेकर एडिश्नल रिसोर्सेज को को डिप्लॉय किया गया है। उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय पर्व पर हम किसी भी किमत पर नहीं चाहेंगे कि कोई भी किसी तरह की प्रोबलम सीमा पर क्रिएट कर पाए इसलिए एक्सट्रा प्रिकोशन करते हुए एडिशनल फॉर्स को डिप्लॉय किया गया है। सभी एंजेंसी से कॉर्डिनेट किया गया है। आईजी ने बताया कि बांग्लादेश की परिस्थितियों को लेकर पाकिस्तान से लगती सीमाओं पर सतर्कता बढाई गई है लेकिन अभी तक डायरेक्ट इंपेक्ट नहीं है। ड्रोन रोकने के सवाल पर आईजी ने बताया कि ड्रोन से स्मग्लिंग रोकने के लिए बीएसएफ अलर्ट है और इस हाईटेक ड्रोन को रोकने के लिए एंटी ड्रोन टैक्नोलॉजी का इस्तेमाल कर रहे है। एंटी ड्रोन वैपन्स से फायर कर ड्रोन को गिराया जाता है और बीएसएफ के पास हथियार है उससे भी ड्रोन को गिराया जा रहा है। आईजी ने बताया कि अब तक जो भी ड्रोन पकड़े है वह चाइना मेड है। इन ड्रोन को लेकर दिल्ली में सरकार की तरफ से काफी काम किया जा रहा है। बहुत सारे नए तरीके ढूंढे जा रहे है ताकि ड्रोन को रोका जा सके और जल्द ही परिणाम सामने आएंगे।
अब तक 137 करोड़ की ड्रग्स पकड़ी
इस वर्ष सीमा सुरक्षा बल की ओर से कुल 30 किलो हेरोइन पकड़ी है जिसकी कीमत करीब 137 करोड़ रुपए है। इसके साथ ही 4 पाकिस्तानी ड्रोन को बीएसएफ ने पकड़ा है। कई हथियारों को भी जब्त किया है। साथ ही कुल 38 संदिग्ध व्यक्तियों को पकड़ा है जिनमें से 6 पाकिस्तानी नागरिक है व एक बांग्लादेशी नागरिक है बाकी सभी भारतीय है। बता दें कि बीएसएफ ने 2023 में 74 किलो हेरोइन पकड़ी थी वहीं 2022 का आंकड़ा 34.5 किलो का था।
स्मार्ट फैंसिंग, जिसे काटा नहीं जा सकेगा
आईजी ने बताया कि बॉर्डर पर स्मार्ट फेंसिंग का काम चल रहा है। इस फैंसिंग को काटा नहीं जा सकेगा ना ही उसे पार किया जा सकेगा। यह काम अलग अलग पेचेज में चल रहा है। इस फैंसिंग में चढ सकना आसान नहीं है। इसमें टैक्नोलॉजी का भी समावेश है ऐसे में फैंसिंग के साथ छेड़छाड़ करने पर तुरंत हमें अलर्ट मिल जाएगा।
17.68 करोड़ से बॉर्डर टूरिज्म का डवलपमेंट
आईजी ने बताया कि बॉर्डर टूरिज्म को डवलप करने के लिए सरकार लगातार प्रयास कर रही है। उन्होंने बताया कि बाइब्रेंट विलेज प्रोग्राम व सीमा दर्शन प्रोग्राम के द्वारा सीमावर्तियों के आर्थिक व सामाजिक विकास के लिए बीएसफ लगातार कार्य कर रही है। उन्होंने बताया कि बॉर्डर टूरिज्म के डवलपमेंट के लिए जैसलमेर में सीमा चौकी बवलियानवाला में डवलपमेंट हो रहा है वहीं तनोटराय माता मंदिर प्रोजेक्ट के तहत तन्नोट मंदिर कॉम्पलेक्स परियोजना में 17 करोड़ 68 करोड़ का बजट दिया गया है। यहां प्रतीक्षालय, स्मारिका शॉप, रंगभूमि, जलपान गृह इंटरप्रिटिशन केंद्र, स्टेज लाइट आदि की व्यवस्था की जा रही है। अभी हाल ही में भारत सरकार द्वारा बॉर्डर एरिया में भारत पाक अंतर्राष्ट्रिय सीमा क्षेद्ध के पास प्रथम फेज में 870 किलोमीटर लेटरल रोड बनाने का प्रोजेक्ट तैयार किया गया है। जिसमें बॉर्डर फेंसिंग के साथ रोड को बनाया जाएगा। इस बॉर्डर फेंसिंग रोड को सभी सीमा चौकियों से एक्सेल रोड यानी लगभग 400 किलोमीटर लेटरल रोड से जोड़ा जाएगा। इस तरह बॉर्डर पर लेटरल और एक्सल रोड बन कर तैयार होगी। इस प्रोजेक्ट के सेकैंड फेज में सीमा चौकियों के नजदीक गांवों को एक्सल रोड के जरिए सीमा चौकी से जोड़ा जाएगा। राजस्थान फ्रंटियर में ऐसे कुल 155 पैचेज है जिसमें लगभग 1440 किलोमीटर रोड बनेगी।
