निगम के एसई को कर्मचारी संगठन ने सौंपा ज्ञापन
फलोदी (पारस लूंकड़)। तकनीकी कर्मचारियों की सुरक्षा एवं ठेके पर दिए जाने वाले कार्यों की मोनिटरिंग सुनिश्चित करने तथा भविष्य में निगम कार्मिकों की दुर्घटना नहीं होने की जिम्मेदारी सुनिश्चित करने व निगम के राजस्व की हानि रोकने के लिए जोधपुर डिस्काम श्रमिक संघ के एक प्रतिनिधि मंडल के नेतृत्व में मंगलवार को बी.एन.के. गुप्ता अधीक्षण अभियंता, फलोदी को इस बाबत एक ज्ञापन दिया गया। ज्ञापन में कहा गया कि हाल ही में भीलवाड़ा जिले में ठेकाकर्मी की गलती से लाइन चालू करने पर लाइन पर कार्य कर रहे निगम कर्मचारी की मृत्यु हो गई। इस घटना से पूरा विद्युत विभाग आहत है। संगठन ने इसे गम्भीरता से लिया है। संगठन द्वारा जांच करने पर ठेके पर दिए कार्यों में निगम के अधिकारियों की घोर लापरवाही एवं अनदेखी पाई है। अधिकारियों की शह से ठेकेदारों को कार्यादेश के अनुरूप सेवा शर्तों के कार्य नहीं करने पर भी फर्जी बिलों का भुगतान किया जा रहा हैं, जिससे निगम को करोड़ों के राजस्व का चूना लगाया जा रहा है। संगठन ऐसे अधिकारियों की घोर निन्दा करता है। साथ ही चेतावनी देता हैं कि समय रहते इस रवैये को नहीं सुधारने पर संगठन दूसरे तरीके से कार्रवाई करेगा। संगठन द्वारा निरीक्षण करने पर कमियां पाई गई, जिनकी सूचना व आप द्वारा की कार्रवाई 15 दिन के अन्दर उपलब्ध कराने का कहा गया है। ज्ञापन में कहा गया कि 33/11 केवी उपचौकियों व एफ आर टी पर कर्मचारी कार्यादेश के अनुसार नहीं है। समस्त ठेकों की उचित मोनिटरिंग के लिए वृत स्तर पर कमेटी का गठन किया जाए, जिसमें श्रमिक प्रतिनिधियों को कमेटी में अनिवार्य रूप से कमेटी मेम्बर लिया जाए। 33/11 केवी उपचौकियों एवं एफ आर टी कार्यादेश सेवा शर्तों के अनुसार कार्य न करे तो बिल में प्रत्येक कार्य अनुसार राशि काटने का प्रावधान हैं, लेकिन निगम अधिकारियों द्वारा ठेकेदार से मिलीभगत कर उनके फर्जी बिल पूरे पास किए जाते हैं, जिससे निगम के राजस्व को दोहरा नुकसान पहुंचाया जा रहा हैं। इसकी उचित मोनिटरिंग की जाए तथा ऐसे भ्रष्ट अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई की जाए। ज्ञापन में कहा गया कि बड़े खेद के साथ बताना पड़ रहा है कि तकनीकी कर्मचारियों की करंट से सुरक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले सेफ्टी शूज पिछले तीन साल से कर्मचारियों नहीं मिले हैं, जिससे निगम के कर्मचारी काल कलवित हो रहे हैं। सेफ्टी शूज जल्द दिलाने व सुरक्षा उपकरण उचित मात्रा में अच्छी गुणवता वाले दिए जाए तथा सुरक्षा उपकरणों के वितरण व उपयोग की उचित मोनिटरिंग की जाए, जिसके लिए वृत स्तर पर कमेटी का गठन श्रमिक प्रतिनिधि को अनिवार्य रूप से लेते हुए किया जाए। नाजायज ठेकेदारी प्रथा पर रोक लगाकर निगम हित में कर्मचारियों की सुविधा को बढ़ाया जाए तथा फील्ड में निगम के लिए दिन रात कार्य करने वाले जैसे राजस्व वसूली, मीटर रिडींग, सतर्कता आदि कार्य करने वाले निगम कर्मियों के यात्रा भत्ते, उपार्जित अवकाश, ओवर टाइम समय पर जारी किया जाए। प्रतिनिधि मंडल में करणसिंह राजपुरोहित, फिरोज खान, नेताराम माली, कैलाश विश्नोई, महेश पंवार, हनुमान खिलेरी, पारस गुप्ता, नारायण मेघवाल, महेंद्रकुमार विश्नोई, चिराग भार्गव, डालचंद मांगीलाल विश्नोई आदि शामिल थे।
