जोधपुर। शहर में शुक्रवार रात को शुरू हुई बारिश का दौर शनिवार को भी जारी रहा। लगातार हो रही बारिश से शहर के अधिकांश इलाकों में जलभराव वाली स्थिति हो गई है। सडक़ पर गड्ढों की वजह से वाहन चालकों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। जोधपुर के एमडीएम हॉस्पिटल परिसर के भीतर और बाहर मुख्य मार्ग पर जलभराव से हालात दयनीय हो चुके हैं। वहीं बनाड़ रोड सहित कई इलाकों में पानी भर गया है। इधर सूरसागर से मंडोर रोड की तरफ जाने वाले घोड़ा घाटी मार्ग पर रावटी तालाब में डूबने से एक युवक की मौत हो गई।
सूरसागर पुलिस ने बताया कि रमजानजी का हत्था निवासी नित्योदयसिंह राठौड़ (20) पुत्र बजरंगसिंह अपने तीन अन्य दोस्तों के साथ पिकनिक मनाने राव जोधा रोड की तरफ आया था। यहां करीब 12 बजे के आसपास ये चारों रावटी तालाब के किनारे बैठे थे, तो स्थानीय लोगों ने इन्हें आगाह किया कि पिकनिक मनाने तक तो ठीक है, लेकिन पानी गहरा है, इसलिए नहाने मत उतरना। इसके बाद फिर बारिश शुरू हो गई, तो स्थानीय लोग अपने घरों में चले गए। तत्पश्चात नित्योदय ने अपने दोस्तों से कहा कि वह तालाब पार करके दिखाएगा और खुद पानी में उतर गया। अभी वो बीच तालाब पहुंचा ही था, तब तक उसकी सांसें फूलने लगी और पानी में डूबने लगा। उसे डूबते देख एक दोस्त पानी में उतर कर कुछ दूरी तक गया भी, लेकिन डरकर वापस बाहर निकल गया। इसके बाद तीनों दोस्त चिल्लाने लगे, तो रोड से निकल रहे लोग उधर दौड़े और पुलिस को भी इसकी सूचना दी। तब सूरसागर थाने की टीम मौके पर पहुंची और सिविल डिफेंस की टीम को भी बुलाया। यहां पहुंचे सिविल डिफेंस के गोताखोर धर्मदास, ललित, जीतूसिंह, भजनलाल, टीकूराम, धर्मेंद्र पांडे और चालक राजेंद्र कुडिय़ा की टीम ने बारिश के बावजूद करीब ढाई घंटे तक गहरे पानी में तलाशी ली। तब कहीं जाकर नित्योदय का शव बाहर निकाला जा सका। लगातार बारिश और बूंदाबांदी के चलते सिविल डिफेंस की टीम को रेक्स्यू ऑपरेशन के दौरान खासी परेशानी का सामना करना पड़ा, इसके बावजूद तलाशी अभियान जारी रखकर शव को बाहर निकाल लिया गया।
सडक़ें पानी से लबालब
लगातार बारिश से जोधपुर शहर की सडक़ें पानी से लबालब है। मूसलाधार बारिश के कारण जोधपुर ओसियां फलोदी स्टेट हाईवे 61 पर नागौर पुलिया के पास बेरी गंगा का पानी पुलिया की रपट के ऊपर से बह रहा है। बारिश के कारण अभिभावक भी परेशान रहे। जिला प्रशासन की ओर से स्कूलों की छुट्टी को लेकर कोई निर्णय नहीं लिया गया। इसके चलते बारिश में कई अभिभावकों ने स्वेच्छा से अपने बच्चों को स्कूल नहीं भेजा। मौसम विभाग के अनुसार रविवार सुबह भी बारिश की संभावना है। 21 जुलाई को बादल छाए रहेंगे। 22 जुलाई को सुबह तेज हवाओं के साथ बादल रहेंगे। 23 जुलाई को सुबह के समय तूफानी बारिश की संभावना है। इसी तरह 24 जुलाई को सुबह की बारिश के साथ बादल छाए रहने की संभावना है। जोधपुर में शनिवार अलसुबह से शुरू मूसलाधार बारिश ने जनजीवन खासा प्रभावित किया। गंगाना चौखा जाने वाले रास्ते कोहिनूर सिटी के सामने स्थित नहर में पानी की आवक यकायक बढऩे से समंदर बन गयी। तीनों नहर अत्यधिक पानी से ओवरफ्लो नजर आई। शहर के चौपासनी हाउसिंग बोर्ड क्षेत्र के सेक्टर 11, 12 व 14 की मैन रोड बारिश के पानी से लबालब नजर आई। जोधपुर में बारिश के बाद सबसे भयावह हालात बनाड़ सारण नगर इलाके में नजर आ रहे हैं। बनाड़ रोड पर जलभराव के बार प्रशासन ने वैकल्पिक व्यवस्था के लिए यहां जेसीबी लगाकर गड्ढों को बंद करने की कवायद शुरू की है। इसी दौरान एक महिला व दो अन्य स्टूडेंट्स कीचड़ की वजह से रास्ता पार करने में असहज दिखीं, तो जेसीबी ऑपरेटर ने उनकी मदद की।
खेतों में खड़ी फसलें तबाह
जोधपुर के निकटवर्ती बावङी पंचायत समिति के नांदिया जाजङा गांव में शुक्रवार रात से हो रही तेज बारिश शनिवार को भी जारी रही। क्षेत्रवासी राकेश चौधरी ने बताया कि अधिकांश खेतों में पानी भरा हुआ है और इनमें खड़ी फसलें पूरी तरह से चौपट हो चुकी है। ऐसे में अब सरकार से ही राहत की उम्मीद है। बारिश के चलते धवा के चिंचड़ली गांव के बेनीवाल की ढाणिया व आसपास के इलाके में कई खेत जलमग्न हो चुके हैं। इससे इनमें खड़ी फसलें तबाह होती नजर आ रही है। शहर के निकटवर्ती दांतीवाडा इलाके में भी देर रात से लगातार जोरदार बारिश का दौर जारी है। इसके चलते खेतों में जलभराव के हालात दिखाई दे रहे है। केरू पंचायत समिति के जोलीयाली गांव के दोनों तालाब बारिश के पारी से लबालब हो चुके हैं। जेएनवीयू के छात्र नेता व जोलियाली निवासी सुरेन्द्र बेनीवाल ने बताया कि गांव के अधिकांश खेत भी जलमग्न हो चुके हैं। किसानों को अब अपनी फसलों की चिंता सता रही है।
बानियावास स्कूल के स्टूडेंट्स की गुहार, सडक़ बनाओ सरकार
लूणी के बानियावास में बच्चे पानी में से होकर स्कूल गए। लूणी विधानसभा क्षेत्र के बानियावास स्थित राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में पढऩे वाले बच्चों की स्थिति चिंताजनक है, क्योंकि वे बारिश के दिनों में पूरी तरह से जलभराव वाले मार्ग से आने-जाने को मजबूर हैं। खेजड़ली खुर्द से स्कूली छात्र-छात्राओं ने अपनी पीड़ा जताते हुए वीडियो के माध्यम से जनप्रतिनिधियों से परेशानी का निवारण करने की गुहार भी लगाई है।
