मधुहीर राजस्थान
जोधपुर। मथुरादास माथुर अस्पताल जोधपुर के यूनिट ए के ईएनटी वार्ड में डॉ. महेन्द्र चौहान के अधीन 73 वर्षीय महिला चम्पा मरीज 27 अप्रैल को भर्ती हुई। मरीज असहनीय सिरदर्द एवं नाक एवं आंखों के पास गांठ एवं छाले की समस्या के साथ भर्ती हुई। मरीज को ये समस्या लगभग 20-25 दिनों से थी। गांठ से टुकड़ा ले जांच के लिए भेजा गया। जिसमें कैंसर की समस्या पायी गयी। जांचों में सामने आया कि कैंसर दिन-ब-दिन फैल कर नाक, साइनस, चमड़ी, बांयी आंख, खोपड़ी की हड्डी एवं मस्तिक के आवरण तक फेल चुका था। न्यूरो सर्जरी, प्लास्टिक सर्जरी एवं नेत्र विभाग के साथ मिलकर ऑपरेशन करना तय किया। ऑपरेशन (क्रेनियोफेसियल रिसेक्शन विथ लेफ्ट ऑर्बिटल एगजेेंटरेशन) 7 मई, को किया गया। मरीज का ब्लड गु्रप बी नेगेटिव एवं कुम्ब पॉजिटिव या जिसके लिए मरीज की आपातकालीन परिस्थिति देखते हुए ओ नेंगेटिव ब्लड दिया गया। मरीज की उम्र एवं उच्च रक्तचाप की बीमारी के चलते एनेस्थिमा विभाग के लिए भी यह एक चुनौतीपूर्ण केस था।
लगभग 6 घंटे चले ऑपरेशन में मरीज की चेहरे की त्वचा, नाक का हिस्सा, बायी आंख, बांया मेक्जिलरी साइनस, नाक का पर्दा, दिमाग की खोपड़ी का हिस्सा निकाला गया। निकाले गए हिस्सो को प्लास्टिक सर्जन द्वारा सिर की एवं जांघ की त्वचा से ठीक किया गया। मरीज अब स्वस्थ है एवं कल मरीज को छुट्टी दे दी जाएगी। ऑपरेशन सरकारी योजनाओं के अंतर्गत नि:शुल्क हुआ। इस सफल ऑपरेशन के लिए प्रधानाचार्य एवं नियंत्रक डॉ. एसएन मेडिकल कॉलेज डॉ. रंजना देसाई तथा मथुरादास माथुर अस्पताल के अधीक्षक डॉ नवीन किशोरिया ने सभी को बधाई दी। ये सभी रहे सर्जिकल टीम का हिस्सा ईएनटी विभाग से डॉ महेन्द्र चौहान, डॉ. आकांक्षा, डॉ विक्रम सिंह, डॉ हर्षिता, डॉ रितु, डॉ शिवांगी, डॉ सत्यप्रिया। यूरोसर्जन विभाग से: डॉ. सुनिल गर्ग, डॉ शैलेश थानवी, डॉ मनोज, डॉ अरशद। प्लास्टिक सर्जरी से :-डॉ प्रभुदयाल सिंवर । नेत्र विभाग से :-डॉ प्रियंका, एनोस्थिसिया से डॉ गीता सिंघारिया, डॉ आभास, डॉ चेतन चौहान के साथ। नर्सिंग स्टॉफ:-हरीश, आरती, अब्दुल, जमील, सुरेश, राधा मौजूद थे।
