मधुहीर राजस्थान
जैसलमेर।(सी आर देवपाल म्याजलार)। विश्व विख्यात पर्यटन और धर्म नगरी जैसलमेर मूल बहुत सुधियों को आज़ादी के बाद तरस रही हैं सरहदी इलाकों में समस्याओं की भरमार हे वही जैसलमेर शहर समस्याओं से घिरा हे जैसलमेर की सुध न जन प्रतिनिधि ले रहे न अधिकारी मुख्यमंत्री भजन लसल शर्मा दो दिवसीय यात्रा पर आज जैसलमेर पहुंच रहे हैं जैसलमेर की समस्याओं पर उन्हें प्राथमिकता से गौर करना चाहिए जैसलमेर आश्चर्यजनक रूप से शहरी क्षेत्र आज भी मूलभूत सुविधाओं से वंचित हैं बिजली पानी सड़क सफाई आज भी मुद्दे हैं लेकिन सबसे बड़ा मुद्दा हैं राष्ट्रिय धरोहर घोषित सोनार किले के तीन सौ मीटर दायरे विकास कार्यों पर रोक बिजली की कमी वोल्टेज उतार चढाव ,ऐतिहासिक इमारतों का सरंक्षण उच्च शिक्षा के प्रबंध उद्योगों का विकास सुव्यवस्थित शहर का विकास जैसे मुद्दे हे जो वर्षो से लंबित हैं किसी जन प्रतिनिधि ने इस नहीं किया आईये इस बार जैसलमेर की जनता के मुख्य मुद्दे आपके सामने रखते हैं।
किले का विकास सुव्यवस्थित हो
साढ़े आठ सौ साल पुराने ऐतिहासिक सोनार किला देश का एक मात्र लिविंग फोर्ट हे चूँकि किला पुरातत्व विभाग और यूनेस्को द्वारा राष्ट्रिय धरोहर सरंक्षित स्मारक घोषित हैं जिसके चलते स्थानीय निवासियों के सामने कई समस्याएं खड़ी हैं किले के निवासियों को स्टेट ग्रांट के पट्टे नहीं मिल रहे उन्हें बिजली पानी के कनेक्शनों से वंचित रखा जा रहा हैं वही रियासतकालीन मकानों के मरम्मत की स्वीकृतियां पिछले कई सालों से अटकी हैं किले में विद्युत् तारों के भूमिगत करने की योजना वर्षों से लंबित हैं वही किले में सीवरेज की कोई व्यवस्था नहीं हैं किले में बढ़ रहे होटल रेस्टोरेंट निर्माण अतिक्रमणों से किले की सुरक्षा को खतरा हो गया किले में स्थित जर्जर मकानों को हटाया नहीं जा रहा।
तीन सौ मीटर दायरे के निवासी कैद में
किले के तीन सौ मीटर दायरे में रहने वाले जैसलमेर निवासियों का जीवन गुलामी की जंजीरों से जकड़े जैसा हो गया हैं इन लोगो को न तो नगर परिषद पट्टे दे रही हैं न मकान निर्माण की स्वीकृतियां देती हैं तीन सौ मीटर दायरे के लोगो के बिजली पानी के कनेक्शन पर रोक लगी हैं तो किसी तरह का विकास कार्य भी प्रतिबंधित हैं उच्च न्यायलय में दायर एक याचिका में यह निर्णय दिया गया था इस निर्णय के खिलाफ स्थानीय निवासी जंग लड़ रहे हैं मगर उन्हें सफलता नहीं मिल रही मकानों के नव निर्माण और मरम्मत पर पूर्णत प्रतिबंध के चलते जर्जर मकानों में निवास करना पड़ रहा हैं।
उच्च और तकनिकी शिक्षा का अभाव
जैसलमेर शहर कभी पिछड़ा हुआ मन जाता था मगर टूरिज्म क्षेत्र में पंख लगने के बाद जैसलमेर में शिक्षा के क्षेत्र में जाग्रति आई हैं वहां के प्रतिभावान छात्र छात्राएं उच्च शिक्षा ग्रहण करने बाहरी जिलों प्रांतों में जा रहे जैसलमेर में उच्च शिक्षा में इंजिनयरिंग कॉलेज एम् बी ऐ सी ऐ प्रशासनिक परीक्षा के तैयारियों के संबंधित शिक्षण संस्थानों की जरुरत महसूस की जा रही हैं क्यूंकि जिले के सैकड़ों बच्चे खासकर बालिकाएं में शिक्षा अर्जित कर रही हैं जैसलमेर में उच्चतम शिक्षण संस्थानों के स्थापना आवश्यकता हैं ,स्किल डेवलपमेंट के लिए कोई इंस्टीट्यूट सरकारी योजना में नहीं हैं नर्सिंग महाविद्यालय स्थानीय छात्र छात्रों के लिए उपलब्ध नहीं हैं कहने मेडिकल कॉलेज स्वीकृत हुए वर्षो हो गए मगर गत पांच सालों में अशोक गहलोत सरकार के बजट घोषणा में मेडिकल कॉलेज स्वीकृत हुआ था मगर चार साल के बाद भी मेडिकल कॉलेज का न तो निर्माण कार्य शुरू हुआ न ही इसको संचालन को लेकर ठोस योजना नहीं हैं जैसलमेर में ऊर्जा कंपनियों का जमावड़ा हैं ऐसे में स्थानीय युवाओं को तकनिकी शिक्षा का प्रशिक्षण देने का कोई प्रावधान नहीं हैं।
बिजली का संकट स्थायी समाधान की दरकार
पर्यटन नगरी जेसलमेर में बढ़ती होटलों और व्यावसायिक गतिविधियों में निर्धारित विद्युत आपूर्ति से दो से तीन गुना अधिक खपत,शहर में बेसुमार अवद कनेक्शनों के चलते विद्युत तंत्र पूरी तरह गड़बड़ा गया।पिछले चार महीनों से शहर में विद्युत आपूर्ति में वोल्टेज और फाल्ट की समस्या लगातार बनी हुई है।जिसके चलते आम घरों में पंखे तक नही चल पाते।शहर में अतिरिक्त विद्युत् तंत्र की व्यवस्था के लिए।
नया बिजली घर
जेसलमेर शहर में बढ़े विद्युत भार को देखते हुए नया बिजली घर स्थापित करने की आवश्यकता है।यह बिजली घर गड़ीसर चौराहे से एयरफोर्स चौराहे के बीच हो सकता है।नए बिजली घर निर्माण के साथ शहर में 6 नए जी एस एस स्थापित करने होंगे।15 के वी से अधिक लोड और 5000 वर्ग फुट से अधिक निर्माण क्षेत्र में अलग से ट्रांफार्मेर लगाने की दरकार।शहर में फिलवक्त विद्युत तारो का जाल जंजाल बना हुआ है।पर्यटन स्थलों के सौंदर्य को भी प्रभावित करने के साथ घरों में भी दिक्कत पैदा कर रहा।ऐसे में शहर को तारो से मुक्त कर भूमिगत विद्युत तंत्र स्थापित करने की आवश्यकता है।स्मार्ट सिटी की तर्ज पर आर एम यू सिस्टम स्थापित करना होगा।जिससे फाल्ट क्षेत्र सीमित किया जा सके।।और स्वचालित रूप से लॉकेट होने से एक साथ सम्पूर्ण क्षेत्र को विद्युत व्यवधान से मुक्त किया जा सकता है।
पेयजल संकट
जैसलमेर में पहले कभी पेयजल संकट नहीं रहा मगर पिछले कुछ सालों में पेयजल की दिक्क्त शुरू हुई जो अब चरम पर पहुँच गयी शहरी क्षेत्र में पेयजल योजनाएं आज भी पुराने शहर के हिसाब रही हैं नई पेयजल योजना से जैसलमेर शहर को जोड़ा ही नहीं गया शहर की पाइप लाईने बहुत पुराणी होने से जगह जगह क्षति ग्रस्त हे उन्हें दुरुस्त नहीं किया जा रहा पेयजल तंत्र में भी पूर्ण बदलाव की आवश्यकता हैं सूली डूंगर से पहले शहर को आपूर्ति होती थी मगर अब इसे नए स्रोत विकसित प्रयास किये मगर ये प्रयास सफल नहीं हुए।
किले के सौ मीटर दायरे में अतिक्रमण
एक तरफ उच्च न्यायालय ने किले के तीन सौ मीटर में निर्माण गतिविधियों पर रोक लगा रखी हैं वही पुरातत्व विभाग द्वार *किले के सौ मीटर दायरे में किसी भी तरह के निर्माण नव निर्माण पर पूर्णतः प्रतिबंध होने बावजूद जन प्रतिनिधियों की शह पर सैकड़ों अवैध निर्माण निर्बाध हो गए दर्जनों निर्माण कार्य चल रहे हैं इनमे से अधिकांश निर्माण होटल रेस्टोरेंट के निर्माण हैं जिसके चलते किले की सुरक्षा को खतरा पैदा हो गया इन अतिक्रमणों को हटाना बड़ा मुद्दा उभर कर सामने आया।
परिवहन की सरकारी सुविधा नहीं
जैसलमेर में कहने को रोडवेज डिपों स्वीकृत हैं मगर स्थानीय डिपों से बसों का संचालन नाममात्र होता हैं डिपों सिर्फ बाड़मेर रुट पर तीन जोधपुर रुट पर दो तीन बसों का संचालन जरूर कलरता हैं मगर अन्य शहरों यहाँ तक की राजधानी जयपुर के लिए आगार से कोई बस सुविधा उपलब्ध नहीं हैं जबकि बड़े शहरों के रुट पर सैकड़ों निजी ट्रेवल्स की बसें अवैध रूप से संचालित हो रही हैं बिना किसी रोक टोक के जबकि जयपुर अजमेर उदयपुर कोटा अजमेर गुजरात के रुट पर कोई बस संचालित नहीं हो रही जिससे मजबूरन देशी विदेशी पर्यटकों को अधिकृत बस सेवा नहीं हैं जैसलमेर से इन रूट्स पर सरकारी बस संचालित करनी चाहिए।
सुपर मल्टी स्पेशलिटी अस्पताल की दरकार
जैसलमेर में एक मात्र सरकारी अस्पताल श्री जवाहर अस्पताल हैं इस अस्पताल को बने दशकों बीत गए मगर अस्पताल में आधुनिक सुविधाएं तो छोड़िये ढंग का ट्रॉमा सेंटर और आई सी यु उपलब्ध नहीं हैं जबकि अस्पताल में करोड़ों रुपयों का बजट आता हैं मगरअस्पताल में चिकित्सकों की आपसी गुटबाज़ी और प्रमुख चिकित्सा अधिकारी के पद पर राजनितिक उठापटक के चलते चार साल में दर्जन भरपी एम ओ बदले गए मगर अस्पताल में आज भी साधारण बिमारियों के आलावा कोई उपचार नहीं होता जैसलमेर में आधुनिक सुविधायुक्त मल्टी सुपर स्पेश्लियटी अस्पताल की आवश्यकता हे ताकि मरीजों को रेफर करने का सिलसिला खत्म हो लोगो को आधुनिक मेडिकल सुविधा मिल सके।
जयपुर की तर्ज पर अतिक्रमणों की जाँच कमिटी बने
जैसलमेर शहर और आसपास के पचास किलोमीटर के दायरे में पग पग पर भूमाफियों द्वारा सरकारी जमीनों पर अतिक्रमण कर कर रखे हे तो कई भूखंडो पर चहरदीवारिया बनाकर अतिक्रमण कर राज्य सरकार को अरबों रुपयों की चपत लगा चुके हैं आने वाले समय में जैसलमेर वासियों को एक एक प्लाट के लिए तरशना पड़ेगा मुख्यमंत्री महोदय को जयपुर पर जैसलमेर शहर और आसपास के इलाकों में सरकारी गोचर ओरण पडत भूमि पर किये अतिक्रमणों की के लिए राज्य स्तरीय कमिटी का गठन करना चाहिए जो एक एक अतिक्रमण का सर्वे करवाकर उन्हें नामजद करे।
बाहरी लोगों के जमीन खरीद पर रोक लगे
जैसलमेर में सबसे ज्यादा भ्रस्टाचार का हो रहा हैं बाहरी जिलों और बाहरी राज्यों के लोग बड़े भूभाग खरिदरहे हे तो कई स्थानीय लोगो की मदद से अतिक्रमण कर रहे है ऐसे में अन्य पर्यटन स्थलों के जैसे जैसलमेर में भी बाहरी जिलों और बाहरी राज्यों के लोगो द्वारा जमीन खरीदने पर प्रतिबंध लगना चाहिए ताकि स्थानीय निवासियों के लिए जमीन सुरक्षित रह सके आने वाले पांच साल में जैसलमेर में पांव रखने के लिए खाली जमीन नहीं मिलनी ।
