राज्य सरकार की पहल और जोधपुर डिस्कॉम के प्रयासों से 73 हजार से अधिक उपभोक्ता लाभान्वित, 220 केवी जीएसएस रेवदर से बिजली मिलना प्रारंभ
मधुहीर राजस्थान
जोधपुर। जोधपुर डिस्कॉम की प्रभावी पहल से जालोर-सांचौर के ग्रामीण अंचलों में बिजली और पानी की सुविधा मिलने का रास्ता साफ हो गया है। इससे भीषण गर्मी से प्रभावित गांवों में एक ओर जहां बिजली समस्या का समाधान हो चुका है वहीं इन ग्रामीण इलाकों में पेयजल की उपलब्धता के लिए भी जनस्वास्य अभियांत्रिकी विभाग के पेयजल संसाधनों को भी बिजली सुविधा मुहैया होने लगी है। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की मंशानुसार जोधपुर डिस्कॉम एवं प्रसारण निगम के अधिकारी लगातार इन गांवों को राहत प्रदान करने में जुटे हुए है। इस दिशा में प्रदेश के ऊर्जा मंत्री हीरालाल नागर की लागतार की गई मॉनिटरिंग और निर्देशों की वजह से यह सब संभव हो पाया है।
जोधपुर डिस्कॉम अन्तर्गत सांचौर वृत्त के रानीवाड़ा खंड में 132 केवी जीएसएस बडग़ांव पर विद्युत भार अधिक होने के कारण अब तक लगातार कम वोल्टेज मिलने व अघोषित विद्युत कटौती की शिकायतें प्राप्त हो रही थीं। कम वोल्टेज मिलने से जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग की मोटरें ना चलने के कारण जलापूर्ति व्यवस्था भी प्रभावित हो रही थी और इस वजह से सांचौर-जालोर के ग्रामीणों को वांछित पानी नहीं मिलने से परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था।
ग्रामीणों द्वारा विद्युत की समस्या के समाधान को लेकर लगातार मांग की जा रही थी। अब तक 132 केवी जीएसएस बडग़ांव को 220 केवी जीएसएस सिरोही से जोड़ा गया था लेकिन बहुत लंबी लाइन होने व विद्युत भार अधिक होने के कारण सुबह के समय बहुत कम वोल्टेज प्राप्त होने से विद्युत समस्या उत्पन्न हो रही थी। अतिरिक्त मुख्य सचिव (ऊर्जा) द्वारा इस विषय को गम्भीरता से लेते हुए प्रसारण विभाग को आदेशित किया गया कि इस समस्या के निर्णायक और स्थायी समाधान के लिए निर्माणाधीन 220 केवी जीएसएस रेवदर का कार्य पूर्ण करवाकर अविलम्ब इसे चालू किया जाए जिससे विद्युत समस्या का समाधान हो सके। इस आदेश की पालना में प्रसारण व डिस्कॉम द्वारा हर संभव प्रयास कर इस कार्य को युद्धस्तर पर संचालित किया गया। इसके परिणामस्वरूप शनिवार रात्रि 10 बजे बिजली सुविधा आरंभ करवा दी गई और स्टाफ़ को लगाकर लम्बे समय से जारी ज्वलन्त विद्युत समस्या का समाधान कर दिया गया। रविवार को 132 केवी जीएसएस को 220 केवी जीएसएस से सप्लाई दी गई। इससे उच्च गुणवत्ता का वोल्टेज मिलने के साथ ही बिजली समस्या से जूझ रहे गांवों के उपभोक्ताओं को राहत मिलेगी।
इन गांवों को मिलेगी राहत इस जीएसएस के चालू होने से रेवदर, सोरदा, बडग़ांव, मंडार, रोहुआ, अनादरा, वर्मन, दांतराई एवं आसपास के क्षेत्रों में रहने वाले ग्रामीणों को विद्युत समस्या से मुक्ति मिलेगी। बिजली सुविधाओं की दृष्टि से रानीवाड़ा व आस-पास के गांवों के लिए यह ऐतिहासिक उपलब्धि स्वर्णाक्षरों में अंकित की जाएगी। इससे नवस्थापित 220 केवी जीएसएस रेवदर द्वारा कार्य आरंभ कर दिए जाने से इससे 132 केवी जीएसएस सोरड़ा एवं 132 केवी जीएसएस बडग़ांव को बिजली मिलना शुरू हो चुका है। इस वजह से सिरोही रेवदर लाइन से कम वोल्टेल एवं लोड शेडिंग की समस्या समाप्त हो गई है। इस समस्या के समाधान से रेवदर एवं सांचौर क्षेत्र के करीब 73 हजार उपभोक्ता सीधे तौर पर लाभान्वित होंगें। इनमें रेवदर के लगभग 56 हजार तथा सांचौर के लगभग 17 हजार उपभोक्ता शामिल हैं। इससे विद्युत तंत्र और अधिक सुदृढ़ हुआ है। सीएम ने प्रयासों को सराहा निर्बाध बिजली आपूर्ति को सुनिश्चित करने व दिन में तपती धूप में विद्युत पोलों पर निरंतर कार्यरत विद्युत विभाग, राजस्थान के समस्त कर्मचारियों की अथक मेहनत को मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने अपने ट्विटर हैंडल से सराहा। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि राज्य सरकार प्रदेश के हर क्षेत्र में निर्बाध विद्युत आपूर्ति को सुनिश्चित करने हेतु संकल्पित है।
