मधुहीर राजस्थान
जोधपुर। शहर के झालामंड क्षेत्र में रहने वाले एक युवक को उसके मालिक प्रोपर्टी डीलर ने झांसे में लेकर ठगी कर ली। युवक को एम्स में संविदा पर नौकरी लगवाने का झांसा दिया। साथ ही मकान के रजिस्ट्री का भी आश्वासन दिया। आरोपी ने खुद को मुख्यमंत्री से जान पहचान और रिश्तेदारी होना बताया। कुड़ी भगतासनी पुलिस ने मामला दर्ज कर अब जांच आरँभ की है।
कुड़ी पुलिस ने बताया कि हनुमान नगर चकेणियों की ढाणी झालामंड निवासी शक्तिसिंह पुत्र खींवराज की तरफ से मामला दर्ज कराया गया है। इसमें बताया कि उसकी पहचान कुछ समय पहले चौपासनी हाउसिंग बोर्ड निवासी मोतीलाल पुत्र हरिकिशन से हुई थी। तब उसने खुद को प्रोपर्टी डीलर बताते हुए कहा कि उसके ऑफिस में ऑफिस बाँय की जरूरत है और वेतन 15 हजार रूपये देने की बात कही। इस पर परिवादी शक्तिसिंह ने उनके ऑफिस हॉट विल्स रेस्टोरेन्ट जिप्सी होटल के पास सरदारपुरा जाना शुरू किया।
एक दिन मोतीलाल ने कहा कि उसकी पहचान राजस्थान मुख्यमंत्री भजनलाल से है और वे मेरे रिश्तेदार भी है। तेरे को एम्स में संविदा कर्मी के तौर पर लगा सकता हूँ, जिसकी महिने की सैलरी 25,000 रूपए होगी। तुझे लगना हो तो बता देना। इस पर परिवादी ने अपने पिता खींवराज से बात की। उसके पिता ने विश्वास करके मोतीलाल से दूरभाष के माध्यम से सम्पर्क किया। तब मोतीलाल ने कहा कि मैं झालामण्ड सर्किल आता हूं। उसके बाद मोतीलाल पिताजी से मिला और कहा कि आपके बेटे को एम्स में नौक री लगवा देगा।
परिवादी के पिता उसकी वातों में विश्वास कर अपनी बेटी मनीषा को कहा कि शक्तिसिंह की नौकरी लग रही है तुम्हारे पास रूपये हैं तो मोतीलाल के खाते में डालो। तब मनीषा ने 65,000 रूपए मोतीलाल के खाते में दो टुकड़ों में 20,000 और 45,000 ऑनलाइन डाले। उसके बाद 20,000 रूपए शक्ति कुमार ने 25 जून-2024 को ऑनलाइन डाले। शक्ति सिंह ने अपने मित्र सुनील जांगीड़ से 6 हजार रूपए भी डालवाए। कुल 91 हजार रूपए फोन पे से ऑनलाइन किए गए और बाकी 59,000 दो दिन बाद हेम नगर बोर्ड झालामण्ड पर मोतीलाल को कैश दिए गए और बाकी 1,50,000 नौकरी लगने के बाद देने को कहा गया। मोतीलाल ने कहा कुल 3 लाख देने की बात हुई। इस प्रकार मोतीलाल ने सप्ताह भर में नौकरी लगाने का आश्वासन दिया उसके बाद शक्ति सिंह के पिता ने एक खेत की रजिस्ट्री भी विश्वास व भरोसा करके करवाने को कहा। इस पर आरोपी ने कहा कि 1 लाख रूपये लगेंगे। इस पर उसे बाद में 50 हजार रूपए नगद दिए गए। मगर ना तो नौकरी लगवाई और ना ही मकान की रजिस्ट्री करवाई। आरोपी मोतीलाल ने उसके साथ धोखाधड़ी कर रकम को ऐंठ लिया। रूपए मांगने पर धमकियां दी जा रही है।
