निर्बाध पेयजल आपूर्ति सुनिश्चित करें पीएचईडी, अन्तिम छोर पर बैठे लोगों को मिले पर्याप्त एवं शुद्ध पानी सम्भागीय आयुक्त कंटीन्जेंसी प्लेन के तहत स्वीकृत नलकूप और हैंड पंप हो 31 मई तक तैयार पानी की चोरी करने वालों पर की जाए प्रभावी कार्रवाई, हाइड्रेंट पर रखी जाए सीसीटीवी कैमरे के द्वारा निगरानी
मधुहीर राजस्थान
बाड़मेर (असरफ मारोठी)। संभागीय आयुक्त भंवरलाल मेहरा ने जिला कलेक्ट्रेट स्थित कॉन्फ्रेंस हॉल में बढ़ती गर्मी के दृष्टिगत ज़िले में पानी एवं बिजली आपूर्ति तथा स्वास्थ्य सेवाओं की उपलब्धता के संबंध में महत्वपूर्ण बैठक ली। उन्होंने कहा कि बढ़ते तापमान को देखते हुए पेयजल की आपूर्ति पर विशेष रूप से ध्यान दिया जाए। अंतिम छोर पर बसे गांवों तक भी पानी की सुचारू आपूर्ति होनी चाहिए। इसमें किसी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि जिले में पेयजल आपूर्ति हेतु संचालित योजनाओं का उचित क्रियान्वयन होना चाहिए। पेयजल की कमी से जूझ रहे क्षेत्रों में आवश्यकतानुसार जल परिवहन करवाया जाए तथा इसकी प्रभावी मॉनिटरिंग की जाए। पेयजल चोरी की घटनाओं की प्रभावी रोकथाम होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि बदलते मौसम जनित बीमारियों की रोकथाम के लिए आवश्यक तैयारियां समयबद्ध रूप से पूरी होनी चाहिए। आवश्यक दवाइयों, जांचों, उपकरणों आदि की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। उन्होंने कहा की सुचारू विद्युत आपूर्ति हेतु संबंधित अधिकारी यह सुनिश्चित करें कि ट्रांसफार्मर का रख-रखाव अच्छे से हो और खराब होने पर उन्हें तुरंत बदला जाए।
उन्होंने कहा कि विभाग द्वारा अनुबंधित ठेकेदारों का भुगतान कार्य ऑनलाइन ही किया जाना चाहिए। ई-फाइलिंग के माध्यम से इन कार्यों की फाइल चलाई जाए ताकि भुगतान प्रक्रिया गुणवत्ता एवं पारदर्शिता के साथ संपन्न हो सके। बैठक में जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग, जोधपुर डिस्कॉम एवं स्वास्थ्य विभाग से जुड़े अधिकारियों ने अपने विभागों के कार्यों एवं योजनाओं के संचालन तथा प्रगति पर विस्तृत प्रस्तुतिकरण दिया। तीनों विभागों के कंट्रोल रूम का हो प्रभावी संचालन, शिकायतों का हो त्वरित निस्तारण संभागीय आयुक्त ने कहा कि जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के राइजेप, नगर एवं दक्षिण वृत्त, जोधपुर डिस्कॉम के बाड़मेर वृत्त तथा स्वास्थ्य विभाग के कंट्रोल रूम 24 घंटे संचालित होने चाहिए। इनमें कार्मिक 8 घंटे की तीन शिफ्ट में कार्य करें। कंट्रोल रूम के हेल्पलाइन नंबर आमजन को पता हो इस हेतू आवश्यक कार्रवाई की जाए। अधिकारी प्राप्त होने वाले वाली शिकायतों का प्रभावी निस्तारण सुनिश्चित करावें एवं उनका रिकॉर्ड संधारण करें। उपखंड एवं तहसील स्तर पर विभाग के कार्मिकों तथा अधिकारियों के नंबर आमजन को सहज उपलब्ध हो ताकि वे किसी भी प्रकार की पानी-बिजली आपूर्ति तथा स्वास्थ्य सेवाओं से संबंधित समस्या उन तक पहुंचा सकें। बैठक में अधीक्षण अभियंता जोधपुर डिस्कॉम अशोक कुमार मीणा ने कहा कि बाड़मेर वृत्त में विद्युत आपूर्ति से जुड़ी किसी भी प्रकार की समस्याओं की शिकायत कंट्रोल रूम नंबर 02982- 223788, ग्राहक सेवा केंद्र के टोल फ्री नंबर 18001806045 एवं 1912 तथा व्हाट्स एप नंबर 9413359064 एवं 9414059074 पर की जा सकती है। मुख्य चिकित्सा और स्वास्थ्य अधिकारी संजीव मित्तल ने बताया कि स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़ी किसी भी शिकायत दर्ज करवाने के लिए बाड़मेर में स्थापित कंट्रोल रूम की दूरभाष संख्या 02982-230462 है। 24 घण्टे संचालित कन्ट्रोल रूम में आमजन उक्त नंबर पर संपर्क कर स्वास्थ्य सेवाओं संबंधित शिकायत दर्ज करवा सकते हैं एवं महत्वपूर्ण जानकारियां प्राप्त कर सकते हैं। जन स्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी विभाग वृत बाड़मेर के अधीक्षण अभियंता विपिन जैन ने बताया कि बाड़मेर शहर के खण्ड कार्यालय में स्थित कंट्रोल रूम में सम्पर्क कर उपभोक्ताओं द्वारा शिकायत दर्ज करवाई जा सकती है। इसके दूरभाष संख्या 02982-220610 है। इसी महीने बनकर तैयार हों कंटीन्जेंसी प्लान के तहत स्वीकृत नलकूप एवं हैंडपंप संभागीय आयुक्त ने कंटीन्जेंसी प्लान के तहत स्वीकृत किये गए कार्यों की प्रगति की भी समीक्षा की। उन्होंने कहा कि कंटीन्जेंसी प्लान के तहत स्वीकृत किए गए हेड पंप एवं नलकूप 31 मई तक तैयार हो जाए। उन्होंने कहा कि आमजन को गर्मी में पेयजल आपूर्ति की समस्या से त्वरित राहत देने के लिए स्वीकृत किए गए इन कार्यों की कमिश्निंग में किसी भी प्रकार की कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। पेयजल चोरी की हो प्रभावी रोकथाम, मुकदमा दर्ज कर करें सख्त करवाई संभागीय आयुक्त ने कहा कि पेयजल चोरी में लिप्त तत्त्वों पर मुकदमा दर्ज करवाकर प्रभावी कार्रवाई की जाए। उन्होंने कहा कि पेयजल का अवैध परिवहन और वितरण करने वाले लोगों पर कड़ी कारवाई की जाए। जलदाय विभाग द्वारा जल परिवहन हेतु संचालित टैंकरो पर विभाग का नाम एवं निशुल्क स्पष्ट शब्दों में अंकित होने चाहिए। विभाग द्वारा ज़िले में संचालित 13 हाइड्रेंट पर सीसीटीवी कैमरों के माध्यम से नजर रखी जाए। सभी हाइड्रेंट की चारदिवारी हो तथा वहां पर भी विभाग के बोर्ड लगाए जाए। प्राइवेट स्तर पर पानी का परिवहन कर रहे वाहनों पर भी नजर रखी जाए। उन्होंने कहा कि विभाग द्वारा ज़िले के सभी जीएलआर की साफ सफाई एवं रखरखाव हेतु तय मानकों का पालन किया जाए। पानी की गुणवत्ता पर विशेष रूप से ध्यान दिया जाए। किसी भी स्थिति में अशुद्ध पेयजल आमजन को सप्लाई न किया जाए।
अधिकारी स्वयं औचक निरीक्षण कर धरातल पर स्थिति का लें जायज़ा संभागीय आयुक्त मेहरा ने कहा कि तीनों विभागों के अधिकारी नियमित रूप से अपने क्षेत्र में औचक निरीक्षण कर धरातल पर स्थिति का जायज़ा लें। उन्होंने कहा कि क्षेत्र में संचालित जलापूर्ति की परियोजनाओं में किसी प्रकार का भ्रष्टाचार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इन परियोजनाओं के तहत स्वीकृत कार्यों का प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित किया जाए एवं उनकी प्रगति की निरंतर समीक्षा की जाए। परियोजनाओं के अंतर्गत जिन कार्यों में एक से अधिक विभाग शामिल हों, उन्हें आदर्श समन्वय के साथ किया जाना चाहिए। विद्युत विभाग द्वारा जलापूर्ति वाली परियोजनाओं हेतु आवश्यक कनेक्शन त्वरित रूप से दिए जाने चाहिए। परियोजनाओं में पाइपलाइन डालने की प्रक्रिया हेतु आवश्यक स्वीकृतियां समयबद्ध रूप से जारी की जाए। अधिकारी औचक निरीक्षण के दौरान आमजन से बात कर क्षेत्र में जल एवं विद्युत आपूर्ति तथा स्वास्थ्य सेवाओं की उपलब्धता की स्थिति पर फीडबैक लें। बिजली की हो सुचारू आपूर्ति संभागीय आयुक्त मेहरा ने कहा कि भीषण गर्मी जनित परिस्थितियों में आमजन को राहत देने के लिए बिजली की सुचारु आपूर्ति सुनिश्चित की जाए। इस हेतु सम्बन्धित अधिकारी निरंतर ज़िले में विभिन्न क्षेत्रों का दौरा कर वहां बिजली आपूर्ति की स्थिति का जायजा लें। साथ ही बिजली आपूर्ति के संबंध में आमजन से प्राप्त शिकायतों का त्वरित एवं प्रभावी निस्तारण सुनिश्चित किया जाए। बैठक में बताया गया कि ज़िले के शहरी एवं ग्रामीण इलाकों में निर्बाध विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित की जारही है।
आमजन को मिले गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं संभागीय आयु ने जिले में स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति की समीक्षा करते हुए कहा कि आमजन को बदलते मौसम के मद्देनजर किसी प्रकार की दिक्कत नहीं होनी चाहिए। इसलिए अस्पतालों तथा स्वास्थ्य केंद्रों पर पर्याप्त दवाइयां उपलब्ध होनी चाहिए। गर्मी जनित बीमारी हेतु आवश्यक रूप से बेड आरक्षित होने चाहिए। अधिकारी निरंतर निरीक्षण कर इनकी उपलब्धता सुनिश्चित करवाएं। साथ ही मलेरिया की रोकथाम हेतु ब्लड सैंपलिंग का कार्य प्रभावी रूप से किया जाए। मलेरिया ग्रसित व्यक्तियों का समुचित उपचार किया जाए। शहरी क्षेत्र में फागिंग करवाई जाए। एम्बुलेंस प्राप्त संख्या में उपलब्ध हो एवं कार्यशील हो। बैठक में जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सिद्धार्थ पलानीचामी, अतिरिक्त जिला कलेक्टर राजेंद्र सिंह चांदावत सहित जोधपुर डिस्कॉम, जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी, स्वास्थ्य विभाग, पीडब्ल्यूडी, नगर परिषद सहित विभिन्न विभागों के आला अधिकारी उपस्थित रहे।
