जलदाय विभाग के इंजीनियरों की मनमानी सरकार की मंशा पर भारी
मधुहीर राजस्थान
जोधपुर। सूर्यनगरी के कई इलाकों में जलदाय विभाग के अफसरों की अनदेखी जनता पर भारी पड़ रही है। पेयजल संकट को दूर करने में विभाग के इंजीनियरों की लापरवाही भजनलाल सरकार की जनकल्याण के दावों पर पानी फेर रही है।
जोधपुर में पेयजल संकट को लेकर जनता त्रस्त है और कंटीजेंसी प्लान पर जलदाय विभाग के इंजीनियर मौज कर रहे हैं। विभाग को कंटीजेंसी प्लान में लाखों रुपए मिलने के बाद भी बनाड़, रमजानजी का हत्था, एकता नगर, नांदड़ी समेत कई इलाकों में पेयजल संकट को दूर नहीं किया गया। इन इलाकों में हजारों लोग पिछले दो साल से पीने के पानी के लिए तरस रहे हैं। केंद्रीय पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत और पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के गृह जिले के इन इलाकों में एक-एक माह के अंतराल पर पेयजल सप्लाई हो रही है। लोगों को महंगी दरों पर टैंकर मंगाकर पानी का इंतजाम करना पड़ रहा है। बड़ी बात यह है कि इस क्षेत्र में पेयजल सप्लाई को दुरुस्त करने के लिए चीफ इंजीनियर जगदीश व्यास, एक्सईएन मनोज सोनी और एईएन भरत सिंह राजपुरोहित को स्थानीय निवासियों की ओर से कई बार शिकायत भी दी गई लेकिन पेयजल आपूर्ति में सुधार नहीं हुआ। यहां तक कि जनता की शिकायत के बाद जनप्रतिनिधियों की ओर से इन अफसरों को दी गई हिदायत पर भी वे केवल आश्वासन देकर उन्हें भी गुमराह कर रहे है। स्थानीय लोगों में विभाग के इन अधिकारियों के रवैये को लेकर जबरदस्त आक्रोश है।
