सात देशों की वायु सेना होगी शामिल, 12 देशों के एयर चीफ आएंगे जोधपुर
मधुहीर राजस्थान
जोधपुर। मल्टीनेशन एयर एक्सरसाइज तरंग शक्ति-2024 के दूसरे चरण का आगाज आज जोधपुर एयरबेस से हुआ। हालांकि इस एक्सरसाइज का विधिवत उद्घाटन तीस अगस्त को होगा। आज औपचारिक रुप से सभी देशों के वायु योद्धा जोधपुर एयरबेस पर एकत्र हुए। इस एक्सरसाइज में भारत सहित सात देश जापान, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, ग्रीस, यूएई, हंगरी की वायुसेना का दल हिस्सा ले रहा है। जापान के एयरक्राफ्ट सहित अन्य देशों के विमान अपनी शक्ति का प्रदर्शन करेंगे। तेजस, सू30 एमकेआई के साथ लूफ्टवाफे जर्मन एयरफोर्स और स्पेनिस एयरफोर्स के यूरोफाइटर टाइफ़ून एक्सरसाइज करेंगे। तरंग शक्ति का पहला चरण तमिलनाडु के सुलूर एयरबेस पर संपन्न हुआ है।
भारत की सैन्य शक्ति के विकास और ग्लोबल अलांयस में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के उद्देश्य से इंडियन एयरफोर्स की मेजबानी में हो रहे इस युद्धाभ्यास से अन्य देशों की वायु सेना के बीच समन्वय बढ़ेगा। तरंग शक्ति की मेजबानी करके भारत सैन्य मजबूती और ताकत के साथ सुरक्षा ग्लोबल डिफेंस इकोसिस्टम में भागीदारी निभाने का संदेश देगा। इंटर ऑपरेटीबिलिटी के साथ इंटेरिगेशन को बढ़ावा मिलेगा। इस एक्सरसाइज से दुश्मन देश को कड़ी चेतावनी मिलेगी।
12 सितंबर को सभी देशों के एयर चीफ जोधपुर आएंगे। पहली बार जोधपुर के आसमान में दुनिया की सबसे शक्तिशाली अमेरिकी एयरफोर्स चीफ जनरल डेविड डब्ल्यू एल्विन हमारा तेजस उड़ाएंगे। उनके अलावा ऑस्ट्रेलियन एयरफोर्स चीफ एयर मार्शल स्टीफन चैपल, जापानी एयर सेल्फ डिफेंस फोर्स के चीफ जनरल हिरोआकी उच्कुरा, यूएई डिफेंस फोर्स के चीफ ऑफ स्टाफ लेफ्टिनेंट जनरल इस्सा अल मजरूई और भारतीय वायु सेना प्रमुख एयर मार्शल वीआर चौधरी एक-दूसरे के लड़ाकू विमान उड़ाएंगे।
भारतीय हथियारों का होगा प्रदर्शन
भारत में बने हथियारों और लड़ाकू हेलीकॉप्टर व जहाज का प्रदर्शन दुनिया के सामने होगा। तमिलनाडु के सुलूर एयरबेस में प्रचंड और तेजस ने जलवा बिखेरा था। अब पश्चिमी राजस्थान की आबोहवा में विश्व की शक्तिशाली एयरफोर्स के सामने स्वदेशी फाइटर तेजस और अटैक हेलिकॉप्टर प्रचंड की ताकत दिखाई जाएगी। एक्सरसाइज के दौरान विदिन विजयुल रेंज (वीवीआर) कॉम्बेट मिशन, बीवीआर (बियोंड विजयुल रेंज) मिशन, लार्ज फोर्स इंगेजमेंट, एयर मोबिलिटी ऑपरेशन्स, डायनेमिक टारगेटिंग, एयर टू एयर रिफ्यूलिंग मिशन, कॉम्बेट सर्च एंड रेस्क्यू जैसे कई मिशन का अभ्यास किया जाएगा।
