जैसलमेर (अचलदास डांगरा)। पाकिस्तान भारत एक था उसी दौरान जैसलमेर रियासत में अपना व्यवसाय चलाने वाले माहेश्वरी डांगरा परिवार स्व. बद्रीप्रसाद, नन्दकिशोर और अचलदास डांगरा के पूर्वजों द्वारा 209वर्ष पूर्व चेत्र शुक्ला त्रयोदशी संवत 1872 में बांधा में गिरधारी की तलायी का निर्माण करवाया गया। पिछले 209 वर्ष से बांधा एरिया के रहवासियों और मवेशी के जल पीकर प्यास बुझाने का स्त्रोत्र गिरधारी की तलाई है तलाई का घाट 2014 में मनरेगा के अंतर्गत बांधा पंचायत द्वारा बनवाया जा चुका है तलाई के मध्य खेजड़ी के दो विशाल पेड़ है। पिछले कुछ वर्षों से गिरधारी तलाई। के कैचमेन्ट एरिया में अतिक्रमण बढ़ने से बरसाती पानी का मार्ग बंद होने लगा है उसी वजह से वर्तमान में तलाई में पानी की कमी है। सरहद पर बसे शाहगढ़, बांधा, खुईयाला की मवेशी को पेयजल की समस्या होने लगी है। उपनिवेशन विभाग और जिला प्रशासन को गिरधारी तलाई। के कैचमेन्ट एरिया में हो रहे अतिक्रमण को हटाने की कार्यवाही करनी चाहिये ताकि एरिया में पानी की समस्या से 365 दिन निजात मिल सके।

