मधुहीर राजस्थान
जोधपुर। महात्मा गांधी अस्पताल के ऑर्थोपेडिक विभाग में ब्रेकियल प्लेक्सस का इलाज सफलतापूर्वक किया गया।
पाली निवासी 22 वर्षीय राकेश का 18 महीने पहले एक्सीडेन्ट हुआ था। इस कारण उसके बाए हाथ ने पूरी तरह से काम करना बंद कर दिया था। उसका एसएमएस हॉस्पिटल में ऑपरेशन हुआ जो सफल नहीं रहा। जांच में पता चला कि मरीज को सुप्राक्लेविक्युलर टाइप की कम्पलीट ब्रेकियल प्लेक्सस इंजरी है। एमजीएच में ऑर्थोपेडिक विभागाध्यक्ष एवं वरिष्ठ आचार्य डॉ. किशोर रायचंदानी के मार्गदर्शन में डॉ. निरोत्तम सिंह एवं अन्य चिकित्सकों की टीम ने ऑपरेशन किया जिसमें सीनियर रेजिडेन्ट डॉ. मयंक, रेजिडेन्ट डॉ. महेश अरोड़ा, एनेस्थीसिया टीम से सह आचार्य डॉ. वंदना शर्मा, रेजिडेन्ट डॉ. गरिमा, नर्सिंग स्टॉफ अनीता, मीनाक्षी, राजेश पंवार एवं सपोर्टिंग स्टाफ अकरम व शाहनवाज का भी सहयोग रहा।
डॉ निरोत्तम सिंह ने बताया कि कंधे की स्थिरता एवं बाहरी चाल के लिए ऑर्थोस्कोपी की सहायता से लोअर ट्रेपेजियस टेण्डन को पेरोनियस लॉन्गस टेण्डन के ग्राफ्ट से लेन्थ में बढ़ाकर ह्यूमरस हड्डी के सुप्रास्पिनैटस एण्ड इन्फ्रास्पिनैटस फुट प्रिंट पर ट्रांसफर किया गया। ऑर्थोपेडिक विभागाध्यक्ष डॉ. किशोर रायचंदानी ने बताया कि पश्चिमी राजस्थान में इस तरह का ब्रेकियल प्लेक्सस में ऑर्थोस्कोपी की सहायता से टेण्डन ट्रांसफर का यह प्रथम ऑपरेशन है। डॉ. एसएन मेडिकल कॉलेज की प्राचार्या डॉ. रंजना देसाई और महात्मा गांधी अस्पताल के अधीक्षक डॉ. एफएस भाटी ने ब्रेकियल प्लेक्सस के सफल ऑपरेशन पर सम्पूर्ण टीम को बधाई दी।
