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ऑनलाइन गेम में पैसे हार जाने पर रची खुद की किडनैपिंग की कहानी
जयपुर के एक हॉस्टल में मुंह पर रूमाल बांध; हाथ पीछे कर पिता को व्हाट्सएप पर फोटो भेज मांगे थे 2 लाख रुपये
जयपुर जंक्शन से पुलिस ने किया दस्तयाब, क्राइम पेट्रोल देखकर रची थी साजिश
मधुहीर राजस्थान
जयपुर/कोटा। कोटा शहर की रानपुर थाना पुलिस की टीम ने किडनैपिंग की झूठी घटना का मात्र 24 घंटे में खुलासा कर दिया। ऑनलाइन गेम में पैसे हार जाने पर मां-बाप से पैसे लेने युवक ने खुद के ही अपहरण की साजिश एक टीवी सीरियल को देखकर रची थी। पुलिस ने जयपुर रेलवे जंक्शन से युवक को दस्तयाब कर परिजनों को सौंप दिया।
एसपी डॉ अमृता दुहन ने बताया कि जगपुरा निवासी भोजराज गोचर द्वारा 2 जुलाई को थाना रानपुर पर अपने बेटे सूरज गोचर की गुमशुदगी दर्ज कराई थी। तलाश के दौरान पिता भोजराज ने पुलिस को सूचना दी कि उसके बेटे सूरज के व्हाट्सएप नंबर से अज्ञात व्यक्ति फोटो भेज रहा है, जिसमें सूरज का मुंह रुमाल से बंधा हुआ और हाथ पीछे की तरफ बंधे हुए हैं। सूरज को छोड़ने के बदले उनसे 2 लाख की डिमाण्ड चैटिंग के द्वारा कर रहा है।
घटना की गंभीरता को देखते हुए एसपी डॉ दुहन द्वारा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक दिलीप सैनी व सीओ मनीष शर्मा के नेतृत्व में एसएचओ भंवर सिंह व एसआई भीम सिंह की टीम गठित की गई। टीम ने तुरंत कार्रवाई कर आसूचना संकलन करते हुए तकनीकी संसाधनों की मदद से गुमशुदा सूरज गोचर को 24 घंटे के अंदर बुधवार को जयपुर रेलवे स्टेशन से दस्तयाब कर लिया।
पूछताछ में सामने आया कि इंस्टाग्राम एप पर ऐड देखकर सूरज गोचर ने ऑनलाइन गेम खेलना शुरू किया, जिसमें वह 40 हजार रुपये हार गया। फिर उसने घरवालों से रुपए प्राप्त करने का प्लान क्राइम पेट्रोल सीरियल देखते हुए बनाया। कोटा से जयपुर आकर एक हॉस्टल में रुक कर अपने फोन में टाइमर सेट कर दिया। उसके बाद मुंह को रुमाल से बांधकर हाथ पीछे कर कमरे के बंद गेट के पास लेट कर अपने आप को किडनैप होना बता खुद के मोबाइल से लिये फोटो पिता के व्हाट्सएप नंबर पर भेज चैटिंग करते हुए 2 लाख की फिरौती मांगी।
जांच में किडनैपिंग की पूरी कहानी झूठी एवं मनगढ़ंत पाई गई है। इस कार्रवाई में सब इंस्पेक्टर भीम सिंह, कांस्टेबल मोनू, विश्वेंद्र, मंजीत एवं सुनील की विशेष भूमिका रही।
